चंद्रकांत मिश्र 'मधुर' मूलतः छायावाद के आधुनिक कवी है. उनका जन्म पश्चिम बंगाल के उत्तर २४ परगना जिले के खड़दह नामक स्थान पर २३ सितम्बर १९७२ को हुआ. ये बड़े ही साधारण परिवार से आते हैं. इनके पिता एक...показать большеचंद्रकांत मिश्र 'मधुर' मूलतः छायावाद के आधुनिक कवी है. उनका जन्म पश्चिम बंगाल के उत्तर २४ परगना जिले के खड़दह नामक स्थान पर २३ सितम्बर १९७२ को हुआ. ये बड़े ही साधारण परिवार से आते हैं. इनके पिता एक कारखाने में साधारण मज़दूर के रूप में कार्यरत थे। इनके जीवन पर इनकी माता स्वर्गीय गुंजेश्वरी देवी के व्यक्तित्व ने गहरा छाप छोड़ा है। कोलकाता विश्वविद्यालय से इन्होंहे विज्ञान में सात्रक उत्तीर्ण किया और उसके बाद घर गृहस्थी की जुआ खींचने लगे। 'मधुर' जी की तीन पुस्तके पहले प्रकाशित हो चुकी है , माधुरी - भाग १ , माधुरी भाग २ तथा माधुरी एक प्रेम गीत को बहुत सराहा गया । इनकी भाषा सरल और मधुमय है। उर्दू का मिश्रण इनकी कविताओं को और भी रसमय बनता है।показать меньше